राहुल-सोनिया से मिलीं उन्नाव रेप सर्वाइवर: मुलाकात के बाद भावुक होकर कही ये बड़ी बात

December 24, 2025
Rahul Gandhi

त्रिपुरा के कैलाशहर में स्थित भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा की कंटीली तार के ठीक नज़दीक बुधवार को हिंदू एकता मंच के कार्यकर्ताओं ने ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन किया।

इस दौरान बॉर्डर पर चल रहे आयात-निर्यात के काम को अनिश्चित समय के लिए बंद कर दिया गया है।

कैलाशहर के इस बॉर्डर से रोज़ाना लाखों रुपयों का सामान दोनों देशों में आता-जाता है।

यह विरोध प्रदर्शन बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हाल ही में हुए हमलों और एक युवक की सार्वजनिक रूप से की गई हत्या के ख़िलाफ़ किया गया था।

हालांकि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जमा हुए सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बीएसएफ़ ने सीमा तक जाने वाले सभी रास्तों पर बैरिकेड्स लगा दिए थे।

उनाकोटी ज़िले की पुलिस अधीक्षक सुधाम्बिका आर ने इस विरोध प्रदर्शन के बारे में बीबीसी न्यूज़ हिन्दी को बताया, "कैलाशहर में आज कुछ लोगों ने रैली निकाली थी लेकिन सब कुछ शांतिपूर्वक और नियंत्रण में था। इस दौरान क़ानून-व्यवस्था की कोई समस्या नहीं हुई।"

इस विरोध प्रदर्शन को लेकर हिंदू एकता मंच के नेता संदीप देबरॉय ने बांग्लादेश की मौजूदा सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा, "बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं लेकिन मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।"

बीते अगस्त में बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद से यहां के बॉर्डर पर बसे भारतीय गांवों में तनाव का माहौल है।

बांग्लादेश के साथ पूर्वोत्तर भारत के असम, मेघालय, मिज़ोरम और त्रिपुरा की अंतरराष्ट्रीय सीमाएं है। इन चार राज्यों में त्रिपुरा के साथ 856 किलोमीटर का सबसे बड़ा बॉर्डर है।

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