दिल्ली सरकार का दिल्ली के प्रदूषण को मद्देनज़र रखते हुए, कुछ और फैसले लिए हैं, दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति इस समय गंभीर श्रेणी में लगातार बनी हुई है, इस समस्या को देखते हुए, सरकार ने स्कूलों में ऑफलाइन मोड बंद करने के साथ साथ सभी सरकारी और निजी दफ्तरों में 50% वर्क फ्रॉम होम का उपाय का ऐलान किया है।
मंत्री कपिल मिश्र नवे बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “पॉल्यूशन को देखते हुए दिल्ली सरकार ने दो बड़े निर्णय लिए हैं। पहला, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के अंदर काम कर रहे सभी सरकारी और निजी कार्यालय सिर्फ़ 50 प्रतिशत स्टाफ़ क्षमता पर काम करेंगे। बाकी स्टाफ़ घर से काम करेंगे।”
VIDEO | Addressing a press conference, Delhi Minister Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) says, "All private offices functioning within NCT Delhi shall operate not more than 50 per cent staff capacity attending the workplace. The remaining staff shall mandatorily work from home."… pic.twitter.com/vFzoBz297Q
— Press Trust of India (@PTI_News) December 17, 2025
"दूसरा, निर्माण कार्य रुकने से प्रभावित सभी रजिस्टर्ड और वेरिफ़ाइड निर्माण मज़दूरों के खातों में 10,000 रुपये सीधे ट्रांसफ़र होंगे।"
दूसरी ओर, संसदीय शीतकालीन सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे कई सांसदों ने दिल्ली में वायु प्रदूषण से हो रहे बुरे हाल पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
चंद्रशेखर आजाद संसद परिसर में एक 'तख़्ती' लेकर पहुंचे, उसपर लिखा है “ज़हरीली हवा है, सरकार लापता है।”
VIDEO | Parliament winter session: MP Chandrashekhar Azad protests inside Parliament premises over Delhi pollution, holding a banner reading, "Zehrili hawa hai, sarkar lapata hai."
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(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/tdN0WZoWbJ
चंद्रशेखर ने कहा, “एक्यूआई 450 के पार है लेकिन दिल्ली सरकार को कुछ दिख क्यों नहीं रहा है। वे कुछ करते क्यों नहीं? दिल्ली के लोग स्वच्छ हवा के हक़दार हैं. हवा ज़हरीली है और सरकार कुछ भी नहीं कर रही है। वे बस मुद्दे को छुपा रहे हैं।”
VIDEO | Parliament winter session: MP Chandrashekhar Azad protests over Delhi pollution, says, "Why is it not visible to the Delhi government that the AQI is above 450, everywhere? Why can’t they do anything? The people of Delhi deserve clean air. The air is poisonous and the… pic.twitter.com/fWGQxM730a
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जबकि आम आदमी पार्टी के सांसद अशोक मित्तल ने कहा, “दिल्ली में एक्यूआई 500 पार है। मौजूदा सरकार आम आदमी पार्टी की आलोचना के अलावा कुछ भी नहीं कर रही है। हमारी सरकार ने इसे नियंत्रित कर रखा था। हालात पर नियंत्रण के लिए ठोस क़दम उठाए जाने चाहिए।”
VIDEO | Parliament winter session: AAP MP Ashok Mittal on Delhi pollution, says, "The AQI in Delhi is over 500. The current government has not been doing anything, just criticising the Aam Aadmi Party. Our government kept it under control. There should be concrete steps and… pic.twitter.com/xkZPBY42mj
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बुधवार को भी दिल्ली में एक्यूआई 328 के साथ एयर क्वालिटी ख़राब श्रेणी में रही, जबकि मंगलवार को यह 377 थी।
पूरे शहर में स्मॉग की परत देखी गई। सुबह 9 बजे तक भी 40 में से 30 एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग केंद्रों पर वायु गुणवत्ता ‘बेहद ख़राब’ श्रेणी में रही।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि GRAP III 16 दिनों से लागू था, और इस दौरान पाबंदियों की वजह से प्रभावित होने वाले मजदूरों को 10,000 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। इसके साथ ही मंत्री ने चेतावनी दी है कि अगर WFH के नियम का उल्लंघन होता है, तो कार्रवाई भी की जा सकती है। हेल्थ केयर अस्पताल, फायर, जेल, सार्वजनिक परिवहन जैसी सुविधाएं पर यह नियम लागू नहीं होगा।
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, दिल्ली भर के सभी मॉनिटरिंग स्टेशनों पर सुबह 7 बजे AQI गंभीर रेंज से नीचे था, कुछ इलाकों में यह खराब ज़ोन में रिकॉर्ड किया गया।
STORY | Delhi's AQI improves mildly but remains in 'very poor' category
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The national capital's air quality saw some improvement on Wednesday morning, with an AQI of 328 as against 377 a day ago, even as smog blanketed the city.
The air quality in the city at 9 am was in the… pic.twitter.com/L4R1rSvDI9