महाराष्ट्र के ‘दिवाली पर हिंदू दुकानों से ख़रीदारी करने’ अजित पवार गुट के बयान पर राज्य के अल्पसंख्यक आयोग ने प्रतिक्रिया दी है।
महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन प्यारे ख़ान ने कहा, “संग्राम जगताप एक संवैधानिक पद पर बैठे हैं. उन्हें ऐसी भाषा इस्तेमाल नहीं करनी चाहिए। देश के बड़े सनातनी लोगों के मुंह से कभी ऐसे शब्द इस्तेमाल नहीं किए गए। उन्होंने हमेशा जोड़ने की बात की है। यह देश बिना हिंदू-मुसलमान के चल नहीं सकता. यह देश दोनों से चलने वाला है।”
उन्होंने कहा, “इस तरह के बयान से देश का माहौल ख़राब होता है, इससे बचना चाहिए।”
दो दिन पहले एक रैली में संग्राम जगताप ने कहा था, "मैं सभी से अनुरोध करना चाहूंगा कि दिवाली के अवसर पर ख़रीदारी करते समय हमें दिवाली इस तरह मनानी चाहिए कि हमारा पैसा और हमारा मुनाफ़ा केवल हिंदुओं को मिले।"
विडिओ में उनके इस बयान के बाद नया विवाद शुरू हो गया और उन पर समाज में दरार डालने का आरोप भी लगाया गया। साथ ही पार्टी के नेता और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी जगताप के बयान पर सार्वजनिक रूप से नाराज़गी जताई।
पार्टी के विधायक इंद्रीस नायकवाड़ी का कहना, "हमने उनसे साफ़ कह दिया है कि अगर वह हमारी विचारधारा से सहमत नहीं हैं तो उन्हें इस्तीफ़ा दे देना चाहिए। अगर वह इस्तीफ़ा नहीं देते हैं तो मेरी पार्टी और मेरे नेता उनके ख़िलाफ़ उचित कार्रवाई करने और उन्हें मुक्त कराने का रास्ता निकालने में सक्षम हैं।"∎