भारत की पहली स्वदेशी 32-बिट माइक्रोप्रोसेसर चिप, ISRO में बन कर हुई तैयार

September 02, 2025
सेमिकॉन इंडिया 2025 में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की क्लोज-अप फोटो वाला एक ग्राफिक। जिसमें एक बड़े सफेद टेक्स्ट बॉक्स में उनका उद्धरण लिखा है: 'तेल को ब्लैक गोल्ड कहा जाता था... लेकिन चिप्स डिजिटल डायमंड हैं।' नीचे लिखा है: 'पीएम मोदी सेमिकॉन इंडिया 2025 में, 2 सितंबर 2025'। बैकग्राउंड में नीले रंग का डॉट्स पैटर्न है।

"एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव से पहला मेड-इन-इंडिया चिप प्राप्त कर रहे हैं। मंच पर और भी कई लोग खड़े हैं और पीछे दर्शक दीर्घा में लोग बैठे हुए हैं।"

भारत ने सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी में बड़ी कामयाबी हासिल की। देश में बने पहले सेमी कंडक्टर चिप को लॉन्च किया गया है। केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश में बनी पहली चिप भेंट के रूप में दी। इस मौके पर विक्रम 32-बिट प्रोसेसर (Vikram 32-bit chip) और चार अन्य मंजूर प्रोजेक्ट के टेस्ट चिप्स भी प्रस्तुत किए। इसे चिप को ISRO की सेमीकंडक्टर लैब में बनाकर तैयार किया गया है।

आज (2 सिंतबर को) प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में Semicon India 2025 का उद्घाटन किया। इस मौके पर आईटी मंत्री वैष्णव ने बताया कि कुछ साल पहले प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोच से ‘इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन’ की शुरुआत हुई थी। केवल साढ़े तीन साल में ही भारत ने दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है।

डिजिटल डायमंड है चिप-PM मोदी

भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में भारत के सेमीकंडक्टर क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रगति को उजागर करते हुए, देश को एक 'डिजिटल डायमंड' के रूप में स्थापित करने की अपनी दृष्टि प्रस्तुत की। उन्होंने सेमीकंडक्टर चिप्स को 'डिजिटल डायमंड' बताते हुए कहा कि 21वीं सदी की प्रगति इन्हीं चिप्स पर आधारित है।

उन्होंने आगे कहा, "एक छोटा-सा चिप आने वाले समय में बड़ी प्रगति और नवाचार लेकर आएगा। आज पूरी दुनिया भारत पर भरोसा जता रही है और सेमीकंडक्टर का भविष्य भारत के साथ मिलकर बनाने के लिए तैयार है।"

भारत की आर्थिक स्थिति का उल्लेख करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि जब वैश्विक अर्थव्यवस्था कई तरह की चिंताओं और आर्थिक चुनौतियों से जूझ रही है, तब भी भारत ने इस साल की पहली तिमाही में 7.8% की प्रभावशाली विकास दर दर्ज की है। यह वृद्धि दर विनिर्माण, सेवा, कृषि और निर्माण जैसे सभी क्षेत्रों में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है।

उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत अब केवल बैकएंड की भूमिका तक सीमित नहीं है, बल्कि एक 'फुल-स्टैक' सेमीकंडक्टर राष्ट्र बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने निवेशकों को खुले दिल से भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया, यह विश्वास व्यक्त करते हुए कि वो दिन दूर नहीं जब पूरी दुनिया कहेगी- "डिजाइन्ड इन इंडिया, मेड इन इंडिया और ट्रस्टेड बाय वर्ल्ड।"

आज भारत में पांच सेमीकंडक्टर यूनिट्स पर तेजी से काम चल रहा है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पीएम मोदी को आज पहला 'मेड-इन-इंडिया' चिप सौंपना इस सफर की बड़ी उपलब्धि है और आने वाले समय में भारत इस क्षेत्र में और मजबूत बनेगा।

Semicon India 2025

आज से Semicon India 2025 सम्मेलन की शुरुआत हो गई है, जो 4 सितंबर तक चलेगा। इस सम्मेलन में 48 से ज्यादा देशों से करीब 2,500 प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। यहां सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन, एडवांस पैकेजिंग प्रोजेक्ट्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रिसर्च, स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग और निवेश के नए अवसरों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।

सरकार ले मिली जानकारी के मुताबिक आने वाले 2-3 महीनों में देश के दो और नए प्लांट्स से चिप्स का प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा। साथ ही, चार और सेमीकॉन यूनिट्स की मैन्युफैक्चरिंग पर भी तेजी से काम किया जा रहा है। इसका फायदा भारत की डिजिटल इकॉनमी, इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग और रोजगार के नए अवसरों पर साफ तौर पर दिखाई देगा।

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